Tare Kyu Timtimate Hai in Hindi : तारों को देखना भला किसे अच्छा नहीं लगता लगभग सभी लोगो को तारे देखना पसंद करते हैं जब आप किसी तारे को देखते हैं तो टिमटिमाता हुआ प्रतीत होता है ऐसा लगता है कि मानो तारे की रौशनी कम ज्यादा हो रही है।
पहले के जमाने में मनुष्य को इसके पीछे का कारण पता नहीं था क्योंकि उस समय हमारे पास इतनी अच्छी टेक्नोलॉजी नहीं थी लेकिन अब हमारे पास आधुनिक टेक्नोलॉजी है जिससे हमें स्पेस की कई चीजों के बारे में पता चल गया है।
बचपन से ही हमारी किताबों में विज्ञान के बारे में पढ़ाया जाता है और काफी सवालों के जवाब हमें उन किताबों से ही मिल जाते हैं हालाकि आज भी काफी लोग तारे क्यों टिमटिमाते दिखाई देते हैं इसके बारे में जानना चाहते हैं वैसे तारों से जुड़ी रोचक जानकारी यह भी यह है कि तारे अलग अलग रंग के होते हैं।
बिना किसी यंत्र के हमें देखने पर यह लगता था कि तारे एक रंग के होते हैं लेकिन दूरबीन से देखने पर पता चलता है कि तारों का रंग अलग अलग है इसका कारण तारों का तापमान है जिसके कारण तारे अलग अलग रंग के होते हैं। तो चलिए जानते हैं तारे चमकते क्यों है उम्मीद करते हैं यह आर्टिकल आपको पसंद आएगा।
तारे क्यों टिमटिमाते हैं
आपको बता दे कि तारे प्रकाशमान होते हैं मतलब इनकी अपनी रौशनी होती है तारों से यह रौशनी हर वक्त निकलती है तारे के टिमटिमाते हुए दिखने का कारण यह है कि तारों की रौशनी को हमारी आँखों तक पहुँचने के लिए बहुत लम्बा सफर तय करना पड़ता है। इसे वायुमंडल में मौजूद अवरोधों को पार करना है चूँकि हमारे वायुमंडल में बहुत सी गैस और धूल के कण मौजूद होते हैं।
इसके अलावा आकाश यानी वायुमंडल में मौजूद हवा की परतें तारे की रौशनी के मार्ग को बदलती रहती हैं। जिसकी वजह से कभी तारों की रौशनी कभी हमारे सामने आ जाती है तो कभी गायब हो जाती है अतः तारे की रौशनी रास्ते में विचलित होती रहती है सीधे हम तक नहीं पहुँच पाती है। यहीं कारण है कि एक सामान तरीके से चमकने वाले तारे हमें टिमटिमाते हुए दिखाई देते हैं।
ग्रह क्यों नहीं टिमटिमाते हैं
आपने अक्सर नोटिस किया होगा तारे टिमटिमाते नजर आते हैं जबकि ग्रह और चन्द्रमा टिमटिमाते नहीं है तो इसके पीछे क्या कारण हो सकता है दरअसल तारे हम से काफी ज्यादा दूर हैं जिसकी वजह से उनकी बहुत कम रोशनी हम तक पहुँचती है यह कमजोर रोशनी हमारे वायुमंडल में आसानी से प्रभावित हो जाती है।
तारे की तुलना में गृह और चन्द्रमा हमारे काफी पास है जिससे इनकी रोशनी तीव्र होती है इस तीव्र रोशनी का वायुमंडल में कोई खास अवरोध उत्पन्न नहीं होता है इस वजह से ग्रह टिमटिमाते हुए दिखाई नहीं देते हैं।
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FAQs – Tare Chamakte Kyon Hai
तारे किसके प्रकाश से चमकते हैं?
तारों के पास अपना खुद का प्रकाश होता है जिसकी वजह से यह चमकते हैं जैसे सूरज के पास अपना प्रकाश है उसी तरह तारों के पास भी होता है।
तारों की संख्या कितनी है?
हमारे ब्रह्मांड में 10 हजार करोड़ आकाशगंगाए हैं और हर आकाशगंगा में लगभग 20 हजार करोड़ तारे हैं इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं।
तारे छोटे क्यों दिखाई देते हैं?
तारे हमारी पृथ्वी से काफी ज्यादा बड़े होते हैं लेकिन फिर भी बहुत छोटे दिखाई देते हैं दरअसल तारे हमसे काफी ज्यादा दूरी पर हैं जिसकी वजह से यह छोटे दिखाई देते हैं।
ब्रह्मांड का सबसे बड़ा तारा कौन सा है?
ब्रह्मांड का सबसे बड़ा तारा है वीवाई केनिस मेजोरिस है जो हमारी आकाशगंगा मिल्की वे में ही मौजूद है।
तारे किसके बने होते हैं?
ब्रह्मांड के अधिकतर तारे हाइड्रोजन और हीलियम के बने होते है।
निष्कर्ष
तो अब आप तारे क्यों टिमटिमाते हैं ग्रह क्यों नहीं इसके बारे में जान गए होंगे यदि आपको ये जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे सोशल मीडिया में अपने दोस्तों के साथ शेयर करे ताकि आपके दोस्तों को भी पता चले कि आखिर तारे क्यों टिमटिमाते है यदि कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट कर सकते हैं।
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