स्टाम्प पेपर क्या होता है: अगर आप भी अक्सर तहसील या सरकारी कार्यालय के चक्कर काटते रहते हैं तो आपने स्टाम्प पेपर के बारे में जरुर सुना होगा क्योंकि सरकारी कार्यालयों में काफी बार Stamp Paper का उपयोग होता रहता है ऐसे में हो सकता है आपने भी स्टाम्प पेपर का उपयोग किया होगा आपको बता दे यह खास पेपर राजस्व विभाग द्वारा जारी किये जाते हैं।
हालाकि स्टाम्प पेपर एक नोट की तरह कार्य करता है लेकिन इसे नोट की तरह हस्तांतरित नहीं किया जाता है लेकिन इसकी काफी खूबी नोट से मिलती है जैसे नोट एक सरकारी कागज होता है जो कि व्यक्ति को उसमें मौजूद राशि को अदा करने का वचन देता है वहीं स्टाम्प पेपर उसमे लिखी गयी चीजों को सही करार का वचन देता है।
भारतीय स्टाम्प पेपर की कीमत अलग अलग होती है जिसे उसमें लिखी गयी कीमत के आधार पर चुना जाता है जैसे अगर कोई 1 लाख की कीमत पर कोई Stamp Paper बनवा रहा है तो उसे स्टाम्प पेपर के लिए 1 हजार रूपये सरकार को अदा करने होंगे इसकी तरह इसकी कीमत कम या ज्यादा हो सकती है।
तो स्टाम्प पेपर के बारे में यहां हम आपको पूरी जानकारी देंगे और डिटेल में समझेंगे कि आखिर स्टाम्प पेपर क्या होता है साथ में जानेंगे असली और नकली स्टाम्प पेपर में पहचान कैसे की जा सकती है और कोई अगर नक़ली Stamp Paper बनाने की कोशिश करता है, तो क्या उसे सजा हो सकती है आइए टाइम वेस्ट ना करते हुए जल्दी से जल्दी आर्टिकल को शुरू करते हैं।
स्टाम्प पेपर क्या होता है
स्टांप पेपर एक सरकारी कागज है इसके ऊपर विशेष मूल्य के अलग-अलग रेवेन्यू टिकट प्रिंटेड होते हैं। इसका राजस्व सरकार को जाता है, यह किसी भी प्रकार के घोषणापत्र, शपथ पत्र और एफिडेविट के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
स्टांप पेपर को हम कॉन्ट्रैक्ट के लिए भी इस्तेमाल करते हैं, जैसे कि अगर दो व्यक्तियों संस्थाओं या कंपनियों के बीच में किसी भी प्रकार का कोई कॉन्ट्रैक्ट होता है, तो यह पूरी जानकारी स्टाम्प पेपर पर लिख कर दोनों का अप्रूवल लेने के लिए सिग्नेचर करवा लिए जाते हैं।
दोस्तों स्टांप पेपर राजस्व विभाग द्वारा जारी किया जाता है, स्टांप पेपर में अलग-अलग मूल्य के नोट छपे हुए होते हैं, जिसके नीचे एप्लीकेशन लिखने की जगह बनी हुई होती है, इसका सैंपल आप नीचे की इमेज में देख सकते हैं, कुछ इसी प्रकार का होता है स्टांप पेपर।
स्टांप पेपर और नोट में यही फर्क होता है कि नोट अलग कागज का होता है और स्टांप पेपर एक अलग कागज का बना हुआ होता है, और इसके नीचे लिखने की जगह बनी हुई होती है, जिसमें किसी भी प्रकार का शपथ कॉन्ट्रैक्ट या घोषणा पत्र लिखा जा सकता है।
फिलहाल ₹100 तक के फिजिकल Stamp Paper छप रहे हैं, अगर आपको इसके ऊपर के मूल्य के स्टाम्प पेपर चाहिए, तो आपको फिजिकल स्टाम्प पेपर नहीं मिलेंगे, इसके लिए आपको E Stamp Paper की तरफ रुख करना होगा, यह एक इलेक्ट्रॉनिक जनरेटर डॉक्यूमेंट होता है जो कि पीडीएफ फॉर्मेट में सुरक्षित रखा जा सकता है।
रेवेन्यू स्टाम्प होता है
रेवेन्यू टिकट दिखने में डाक टिकट जैसे ही होता है, जैसे कि नीचे इमेज में दिखाया गया है, यहां पर नीचे सत्यमेव जयते लिखा होता है, इसमें यह भी दिखाया जाता है कि गवर्नमेंट को कितने रुपए का रेवेन्यू इस टिकट से जा रहा है, यह एक प्रकार की रसीद टिकट भी होती है।
स्टाम्प पेपर का इस्तेमाल कहां और कैसे होता है
स्टाम्प पेपर राज्य सरकार द्वारा राजस्व विभाग के जरिए जारी किए जाते हैं, उनका उपयोग कानूनी दस्तावेजों में किया जाता है, इसके अलावा एग्रीमेंट शपथ और कॉन्ट्रैक्ट आदि के लिए भी टिकट का इस्तेमाल किया जाता है।
एक आम आदमी के लिए स्टाम्प पेपर बहुत जरूरी दस्तावेज होता है आपको इसके प्रति जागरूक होना चाहिए, Stamp Paper आपको जिंदगी में कभी भी काम आ सकता है, जब भी आप किसी के साथ कोई समझौता या कोई कॉन्ट्रैक्ट कर रहे हैं तो आप स्टाम्प पेपर पर उसके सिग्नेचर जरूर ले लीजिए, इससे वह आपके कॉन्ट्रैक्ट में बंद जाएगा और एक पक्का कॉन्ट्रैक्ट भी हो जाता है।
अगर आप से कोई व्यक्ति किसी बात के लिए पक्का वादा कर रहा है, तो आप इसके लिए स्टांप पेपर पर उसके सिग्नेचर ले सकते हैं, अगर वह कल को अपनी बात से दूर हटता है, तो आप सरकारी सहायता ले सकते हैं, सरकार आपकी जरूर मदद करेगी।
स्टाम्प पेपर कैसे बनाए
आप स्टाम्प पेपर घर पर नहीं बना सकते, स्टांप पेपर के लिए स्टांप पेपर बनाने वाले वेंडर होते हैं, जो कि गवर्नमेंट से ऑथराइज्ड होते हैं, केवल वे ही Stamp Paper का निर्माण कर सकते हैं, हर किसी को स्टाम्प पेपर बनाने की परमिशन नहीं होती।
Stamp Paper जिस दिन खरीदा जा रहा है, उसी दिन की डेट उसके ऊपर छपी हुई होनी चाहिए, जो भी व्यक्ति स्टाम्प पेपर खरीद रहा है, उसकी जानकारी उस रजिस्टर में दर्ज होगी जो स्टाम्प पेपर बेच रहा होगा, आपको वहां पर सिग्नेचर भी करने होंगे, अगर आप पुरानी डेट का Stamp Paper बेच रहे हैं, तो भी यह आपके लिए नुकसानदायक होगा, आप जिस दिन स्टाम्प पेपर खरीद रहे हैं उसी दिन की डेट उसके ऊपर अंकित होनी चाहिए और ध्यान रखिए कि कटे-फटे और दागदार Stamp Paper कभी मत लीजिए।
स्टांप पेपर पर पिछली तरफ उसके वेंडर के बारे में पूरी जानकारी होगी कि यह स्टांप पेपर किसने बेचा है, उसकी मोहर के साथ तारीख और सिग्नेचर भी स्टांप पेपर पर बैक साइड में किए जाएंगे।
ध्यान रखिए कि स्टांप पेपर पर स्टाम्प की जो प्राइज लिखी हुई होती है, आपको वही मूल्य अदा करना है, कई बार देखने को मिलता है कि दुकानदार स्टाम्प पेपर से अधिक मूल्य ले लेते हैं, लेकिन ऐसा करना गैरकानूनी होता है, स्टांप पेपर पर जो प्राइज है आपको वही अदा करना होगा।
असली और नकली स्टाम्प पेपर की पहचान कैसे करें
नकली स्टांप पेपर बनाना एक प्रकार का अपराध है Section 255 IPC में नकली स्टाम्प पेपर बनाने के लिए सजा का प्रावधान है। नकली और असली स्टाम्प पेपर पहचानने के कई तरीके हो सकते हैं, जैसा कि मैंने आपको ऊपर बताया है कि stamp पेपर की जो कीमत है आपको वही अदा करनी होती है।
अगर कोई दुकानदार उस कीमत से कम में Stamp Paper बेच रहा है तो वह स्टाम्प पेपर नकली हो सकता है, आपको उससे दूर रहना चाहिए अगर आप ने नकली स्टाम्प पेपर पर मोहर वगैरह लगाकर कोई कांट्रैक करते हैं तो वह सरकार द्वारा स्वीकार्य नहीं होगा और आप भी झमेले में फंस सकते हैं।
अगर आप किसी गैर सरकारी संस्थान से स्टाम्प पेपर ले रहे हैं, तो ऐसे में हो सकता है कि वह स्टाम्प पेपर नकली हो, अगर आप किसी कचहरी या सरकारी संस्थान से Stamp Paper लेते हैं तो उसकी नकली होने का होने की संभावना बहुत कम होती है।
अगर आपने कोई कांट्रैक कर लिया है और उसके बाद आपको पता चलता है कि आपकि स्टाम्प पेपर नकली है तो आप स्टाम्प पेपर बेचने वाले के खिलाफ एसडीएम और डीएम ऑफिस में जाकर शिकायत जरूर दर्ज कराएं।
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FAQ स्टाम्प पेपर से संबंधित
कोई स्टाम्प पेपर से अधिक पैसे चार्ज करता है तो क्या करें?
जितने रुपए की Stamp Paper है उससे अधिक मूल्य नहीं वसूला जा सकता, यह कानूनी रूप से अपराध है और अगर कोई ऐसा करता पकड़े जाता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होती है। अगर दुकानदार आपसे अधिक पैसे मांग रहा है, तो आप उसको इस विषय में जागरूक कर सकते हैं।
अगर वह फिर भी जबरदस्ती आपसे अधिक पैसा मांगता है और स्टाम्प के बदले मूल्य से अधिक पैसे वसूलता है तो आप इसकी शिकायत एसडीएम से कर सकते हैं या आप उस दुकानदार के खिलाफ नकली स्टाम्प और मूल्य से अधिक कि स्टाम्प बेचने के मामले में केस भी कर सकते हैं।
स्टाम्प पेपर का मूल्य कितना होता है?
भारत में कई तरह के स्टाम्प पेपर मिलते हैं जिनकी कीमत अलग अलग होती है यह 10 रुपये से शुरू होकर 10 हजार तक जा सकते हैं जैसा कि हमने आपको बताया कि इन्हें स्टाम्प में मौजूद कीमत के आधार पर खरीदा जाता है।
सबसे पहले स्टाम्प पेपर का इस्तेमाल किसने किया था?
स्टाम्प पेपर का इतिहास काफी पुराना है ऐसा माना जाता है सबसे पहले Stamp Paper का इस्तेमाल नीदरलैंड में 1620 के दशक में किया गया था इसके बाद यह दुनियाभर में इस्तेमाल किया जाने लगा।
स्टाम्प पेपर कैसा होता है?
अगर आप सोच रहे हैं दुनियाभर के स्टाम्प पेपर एक जैसे होते हैं तो यह सत्य नहीं क्योंकि जिस तरह सभी देशों की करेंसी अलग अलग होती है उसी प्रकार अलग देशों के स्टाम्प पेपर भी अलग अलग होते हैं।
नकली स्टाम्प पेपर बनाने पर कितनी सजा होती है?
नकली स्टाम्प पेपर बनाने पर 10 साल की सजा हो सकती है, और इतिहास में बहुत से लोगों को सजा हुई भी है, नकली Stamp Paper बनाना कानूनी अपराध है और आपको ऐसा करने की बिल्कुल भी कोशिश नहीं करनी चाहिए।
Conclusion
यहां पर हमने बात की है कि स्टाम्प पेपर क्या होता है और Stamp Paper का आप किस तरह से लाभ उठा सकते हैं इस आर्टिकल में मैंने असली और नकली इस टाइम पेपर पहचानने के बारे में भी वर्णन किया है। अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है, तो इसे अपने करीबी साथियों के साथ साझा करना बिल्कुल ना भूलें अगर कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट करके बता सकते हैं मिलते हैं किसी नए आर्टिकल में नई और अच्छी जानकारी के साथ।